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Wild intentional night...!

मुंबई......

" तुम खुद को मुझे नही दोगे तो मुझे अच्छे से पता है तुमसे तुम्हे ही कैसे छिनना है ? " एक 24 साल का लड़का ,मासूम कसक को बेरहमी से बेड पर धकेलते हुए बेहद ठंडेपन से कहा |

कसक अपने खूबसूरत आंखों में डर और मोटे मोटे आंसू लिए उस लड़के को देख अपना सर ना में हिलाई,जैसे कह रही हो की उसके साथ कुछ गलत ना करे |

लेकिन वह लड़का अपने शर्ट के सारे बटंस खोलते हुए कसक के ऊपर आ चुका था |

कसक के पूरे शरीर में डर से कपकपाहट सा दौड़ रहा था | वह अपने जगह में ऐसा जम सी गई थी, की उसके पास हिलने तक का ताकत नही रहा था | वह बस मुश्किल से अपना सर ही ना में हिला रही थी ,लेकिन सामने खड़े उस लड़के के गहरी काली आंखों में सिर्फ हैवानियत सवार चुका था |

वह अपनी नशीली नजर कसक पर टिकाए,उसके ऊपर आ लेट गया था | उसने अपने एक हाथ को कसक के हाथो में उलझाया फिर धीरे से कसक के कमर को सहलाते हुए बेहद husky voice में कहा ,""_ आज मै तुम्हे पूरी तरह अपने बेचैन सांसों में गिला करते हुए तुम्हारे इस मुलायम बदन पर अपने नाम के दाग दूंगा,अफ्ट्रोल तुम मुझमें हलचल मचा कर रखने का ताकत जो रखती हो कसक |

वह लड़का बोलते हुए अपने होंठो को पूरी तरह कसक के चेहरे पर घुमाते हुए उसे काटते जा रहा था | कसक डर से बस आंसू बहा रही थी | और वह उतना ही शिद्दत से उसके हर एक छुअन पर रिएक्ट भी कर रही थी |

उस अंधेरे रूम में कसक की रोने के आवाज के साथ साथ उसकी मुंह से निकल रही सिसकियों का आवाज भी गूंज रहा था |

उस लड़के के होंठ जितना तेजी से कसक के चेहरे और गर्दन पर सरक रहे थे ,उससे कसक पूरी तरह ब्लैंक हो चुकी थी | उससे तो अपने उखड़ी सांसों तक संभाला नही जा रहा था |

वही वह लड़का कसक के कमर को सहलाते हुए अपने होंठो को नीचे ले आने लगा |

कसक बुरी तरह हाफते हुए अपने कांपती हाथो से उस लड़के के चेहरे को नीचे जाने से रोकने की ना काम कोशिश करने लगी,लेकिन वह लड़का अपने दोनो हाथो को बेरहमी से कसक के हाथो में उलझा कर बेड पर दबाते हुए अपने होंठो को कसक के कमर पर रखा |

कसक अपने होंठो को दांतो के बीच दबाते हुए बस रोए जा रही थी | वह लड़का पूरी शिद्दत से उसके बदन के साथ खिलावट कर रहा था, लेकिन वह हर बीतते पल के साथ बेहद सॉफ्ट होते जा रहा था | उसका छुअन कसक को अलग तरह का एहसास दिला रहा था |

कसक चुपचाप उस लड़के के नीचे किसी बेजान गुड़िया की तरह दब सी गई थी | और वह लड़का धीरे धीरे आगे बढ़ते हुए, कसक के बदन को ढक कर रखे सारे परदा हटाए जा रहा था |

वह पूरी तरह कसक को अपने बाहों में दबोच कर उस पर बेतहाश अपने होंठो को घूमा रहा था ,जैसे वह कुछ तलाश रहा हो | अब तक उसने कसक के बदन में बहुत सी लव बाइट्स भी दे रखा था |

वह धीरे से कसक के नम आंखों में झांकते हुए कहा ,""_ Now I Am Going to too hard with You kasak....!! "

जैसे ही उस लड़के ने अपनी बात पूरा की कसक के मुंह से दर्द भरा चिक निकला लेकिन उसी पल उस लड़के के सख्त होंठो ने उन्हे अपने गिरफ्त में ले लिया | लेकिन कसक दर्द से खुद को रोने से रोक नही पाई |

वह लड़का कसक के अंदर खुद को पूरी तरह समा कर उसे किस किए जा रहा था | लेकिन कुछ पल बाद वह कसक से अलग हो कर, कसक को पीछे से अपने बाहों में भरते हुए उसके हाथ में जबरदस्ती पेन पकड़ाया |

कसक उसके तरफ मुड़ती तभी वह लड़का कसक के कानो के आस पास अपने होंठ घुमाते हुए धीमी आवाज में कहा ,""_ sign it ...| "

कसक ने नम आंखों से बेड के कोने में पड़े कुछ पेपर्स को अपने कांपती हाथो से उठाया,जिसे रूम में आते ही उस लड़के ने सीधे उसके मुंह पर फेंका था,कसक ने बिना देर किए ही उस पर साइन कर दिया |

उस लड़के के होंठो पर अचानक से टेढ़ी स्माइल आ गई थी | वह कसक को अपने तरफ घुमा कर उसके होंठो पर प्यार से चूमा फिर उसके आंखो में झांकते हुए बेहद धीमी मगर धमादार आवाज में कहा ,""_ अब तुम ना मुझसे जुदा हो और नाही मुझसे पूरी तरह जुड़ी हुई हो लेकिन हो तो तुम मेरी ही कसक |

बोलते हुए उस लड़के ने फिर से कसक में खुद को समा लिया |

" अअह्ह्ह्ह.......!!! "

" कसक...,कसक कहा ध्यान है तुम्हारा ? "

एक तेज़ और बहुत ही कर्कश आवाज अचानक से गरजते हुए कसक के कानो में गूंजा तो कसक घबरा कर अपने आंखे खोल कर ,आस पास देखने लगी लेकिन उतने में ही उसके हाथ में गरम गरम पानी गिर चुका था तो वह दर्द से कराहा उठी |

" अअह्ह्ह्ह..... अह्ह्ह्हह..!! "

कसक दर्द से करहाते हुए पीछे हट गई, वह इस वक्त ऑफिस के कैंटीन में खड़े पानी गरम कर रही थी | लेकिन वो किसी बुरे सपने से भी कम नही लग रहे अपने अतीत के यादों में ऐसे खो गई थी,की उसे आस पास की चीजों का कोई ध्यान नहीं रहा था |

पानी गिरने की वजह से कसक अपने हाथ में ज्यादा ही जलन महसूस कर रही थी | वह जल्दी से मुड़ कर ठंडे पानी से भरा ग्लास उठाती की तभी एक 29 साल का लड़का उसके हाथ से ग्लास छीन कर खुद ही उसके जलती हाथ पर पानी डालते हुए कसक को बुरी तरह घूरने लगा |

कसक के आंख नम थे | वह उस लड़के से बिना नज़रे मिलाए बोली,""_ Leave My Hand....| "

वह लड़का अपना डार्क ओरा लिए कसक के हाथ को एक नजर देखा,कसक का हाथ पूरी तरह लाल हो गया था | और कसक उस लड़के के हाथ से अपना हाथ छुड़वाने की कोशिश भी कर रही थी |

उस लड़के ने उसका हाथ छोड़ा फिर एक ही झटके में कसक को कमर से पकड़ कर अपने आपसे चिपका लिया |

कसक हैरानी से उस लड़के को घूर कर बोली,""_ क्या कर रहे है आप ? "

वह लड़का कसक के टुडी को सहलाते हुए उसके होंठो के करीब झुकते हुए कहा ,""_ I Want to Kiss You kasak...| "

बोलते हुए वह लड़का जैसे ही अपने होंठो को कसक के होंठो के करीब झुकाता, कसक ने कसके उस लड़के के कालर को पकड़ते हुए कहा,""_ मिस्टर ऋदम अग्निवंशी, आसमान में अभी तक कालापन छाया नही है ,तो अपने ब्लैक हार्ट को समझाए कि दिन में अपने हद में रहे | "

कसक ने अपने एक एक बात को जोर देते हुए बेहद गुस्से में कहा था |

वह लड़का जो ऋदम अग्निवंशी था, वह " एलफॉर्म एंपेयर " का सीईओ के साथ साथ अंडरवर्ल्ड में अपना ही कब्ज़ा जमाए हुए बीस्ट था | उसके सामने हर कोई आवाज नहीं उठाता लेकिन सामने खड़ी लड़की की बात कुछ और थी | वह उसकी कोई बीवी नही थी, लेकिन वह उससे जुदा भी नही थी |

ऋदम से अलग हो कर कसक फिर से बाउल में पानी डाल कर उन्हे हल्का गरम करने लगी | वही ऋदम बेहद गहराई से कसक को देख रहा था | वह कसक के करीब झुकते हुए कहा ,""_ तुम्हे नही लगता तुम्हारा मुझ पर इस तरह चिल्लाना तुम पर भारी भी पड़ सकता है ? Hmm ? वैसे भी मैं सालो बाद आज लौटा हु तो आज के रात...? "

कसक जो वापस से पानी गरम करने के लिए गैस ऑन कर रही थी, लेकिन ऋदम की बात ने उसे कुछ पल के लिए अपने जगह में जमने पर मजबूर कर दिया था |

वही ऋदम की नजर अभी भी उस पर ही टिकी थी | लेकिन वह अपने होंठो पर अजीब इंटेंशन से भरे स्माइल लिए खड़ा था |

कसक ने ऋदम के बात पर कोई रिएक्ट नहीं किया और नाही वह मुड़ कर उसके तरफ देखी लेकिन हा ऋदम की बात पर उसके रीड में डर से सिहरन सा जरूर दौड़ गया था |

उसने ऋदम को बिना कोई जवाब दिए एक बोतल में गरम पानी डाला और सीधे बाहर चली गई |

कुछ पल बाद.....

19th floor में बने हुए कैबिन में ऋदम ने जैसे ही कदम रखा,उसकी नजर कसक पर ठहर गई |

कसक एक मिडल एज के आदमी के साथ बैठी थी | काला कोट पहना हुआ वह आदमी जो कोई प्रोफेशनल सीनियर लॉयर लग रहा था और

इस वक्त कसक को कुछ पेपर्स दिखाते हुए कुछ समझा रहा था |

ऋदम सीधे जा कर अपने रिवॉल्विंग हेड चेयर पर बैठते हुए उस आदमी से कहा ,""_ Good Morning Chachu...!! "

वह आदमी ऋदम के चाचाजी आशुतोष अग्निवंशी था,जो एक सीनियर लॉयर था, लेकिन बिस्नेस वर्ल्ड में उन्होंने काफी नाम भी बनाया था |

आशुतोष बोला ,""_ ऋदम,मुझे एक केस के सिलसिले अभी दिल्ली जाना पड़ रहा है | "

" तो ..? " ऋदम ने अपने चेहरे पर एक दम प्लेन एक्सप्रेशन लिए आशुतोष को देख पूछा |

तभी आशुतोष ने कहा ,""_ मेरा दिल्ली से वापस लौटने में ज्यादा वक्त लग सकता है ऋदम और मै इस बीच कंपनी में हो रहे किसी भी बोर्ड मीटिंग्स को अटेंड नही कर पाऊंगा,तो मैं यह सब कसक को सौंफ रहा हु | "

ऋदम ध्यान से आशुतोष की बात सुन रहा था, लेकिन उसकी नजरे बार बार कसक पर टिक रही थी | कसक उसके ओर देख नही रही थी, लेकिन हा टेबल पर रखे हुए ऋदम के पेन को अंजाने में उठा कर वह उससे खेल जरूर रही थी l

ऋदम ने धीमी मगर थोड़ा ठंडेपन से कहा ,""_ और आपको लगता है कसक सब संभाल लेगी ? "

ऋदम ने जैसे ही यह सवाल करा कसक ने अपने नजरे ऊपर कर ऋदम को देखा,ऋदम बिना भाव के उसे देख रहा था ,लेकिन आंखो में उसके अजीब सी इमोशंस थे |

आशुतोष ने कहा ,""_नही,कसक एक लॉ स्टूडेंट है तो उसे बिजनेस के बारे में कुछ पता नही और वह यह सब बिलकुल नही संभाल पाएगी | "

आशुतोष की बात पर ऋदम थोड़ी देर खामोश रहा | फिर उसने सीधे मुद्दे पर आते हुए आशुतोष से कहा ,""_ तो आप चाहते क्या है चाचाजी ? "

आशुतोष ने कहा ,""_ मैने कसक को मेरे कंपनी के बारे में बहुत कुछ समझाया है,और मै जानता हु यह काफी नही है तो तुम उसे थोड़ा....?

" मेरे पास लिमिटेड टाइम होता है चाचाजी, मै कसक का इसमें किसी भी तरह का मदद नही कर सकता | " आशुतोष की बात को पूरी तरह टोकते हुए ऋदम ने कहा |

वही कसक उसकी बात सुन उसे अजीब नजरों से देखने लगी | जैसे उसे इस तरह का जवाब का उम्मीद ही नही था |

आशुतोष ने कहा ,""_ ऋदम, मैं तुम्हे अपना पूरा वक्त कसक पर खर्च करने नही कह रहा,बस जब जरूरत पड़े तब कसक का मदद करो | "

आशुतोष की बात सुनते हुए ऋदम की नजर कसक पर था | कसक उसके तरफ देख नही रही थी लेकिन गुस्से से वह अपने दांत किटकिटा रही थी |

ऋदम ने कहा ,""_Ok...!! "

आशुतोष के चेहरे पर स्माइल आ गई,वह कसक को एक नजर देख कर ,फिर ऋदम से बोले ,""_ Thank you Ridham...! "

ऋदम ने बस अपना सर ऊपर नीचे कर हिलाया,तो आशुतोष कसक के गाल पर हाथ रखते हुए कहा ,""_ मैं चलता हु | "

कसक ने बस अपना सर हिलाया,तो वही ऋदम का औरा एक दम से काला पड़ गया था | और उसकी गुस्सैल लाल नजरे आशुतोष के हाथ पर टिक गए थे | कसक के बदन का हर एक हिस्सा उसका है तो आशुतोष ने उसे छुआ भी कैसे ?

ऋदम फिर कसक को घूरने लगा | आशुतोष ज्यादा ही जल्दी में था तो वह वहा ज्यादा ना रुकते हुए वहा से चला गया |

वही ऋदम के कैबिन में कसक को काफ़ी देर से घुटन सा मेहसूस हो रहा था,वह यहां सिर्फ आशुतोष के कहने पर आई थी | तो आशुतोष के जाते ही वह उठ कर,बिना एक नजर ऋदम को देखे ही सीधे बाहर जाने लगी,लेकिन कैबिन का डोर ऑटोमैटिक लॉक हो चुका था |

कसक ने दो तीन बार डोर खोलने की कोशिश की लेकिन जब वह खुला नही तो वह मुड़ने लगी,लेकिन तभी उसके पीछे से आए ऋदम ने उसे बेरहमी से उसका बाजू पकड़ कर उसे वही दीवार से सटाया |

" अअह्ह्ह्ह......! "

कसक के मुंह से हल्के से चिक निकला,वह गुस्से से ऋदम को घूरने को हुई लेकिन दर्द से उसके आंखे भींच गए,क्यों की ऋदम कसक के उस गाल को बेरहमी से मसलने लगा था,जिसे आशुतोष छू कर गया था |

ऋदम का ओरा इस वक्त एक दम से काला पड़ गया था | और वह बिना कसक के दर्द का परवा किए ही उसके गाल को ऐसे मसल रहा था जैसे वह आशुतोष के छुअन को हटा रहा हो ?

कसक और ऋदम का कहानी का आखिर सच क्या है ? कोन था वह जिसने कसक के साथ जबरदस्ती

की ? उस रात कसक ने किन पेपर्स पर साइन किया था ? क्या है कहानी का राज ? जानने के लिए पढ़ते रहिए

" Dark Intentions Of My Beast husband "

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